राम-नाम सहस्त्र नामों के बराबर है
शंकर जी को जप करते देख पार्वती को आश्चर्य हुआ कि देवों के देव , महादेव भला किसका जप कर रहे हैं?
पूछने पर महादेव ने कहा , "विष्णुसहस्त्रनाम का"
पार्वती ने कहा, इन हजार नामों को साधारण मनुष्य भला कैसे जपेंगे ?
कोई एक नाम बनाइए, जो इन सहस्त्र नामों के बराबर हो और जपा जा सके।
देवाधिदेव महादेव ने कहा-
"राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे,
सहस्त्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने।"
यानी राम-नाम सहस्त्र नामों के बराबर है।
।।जय श्री राम।।